आँवला की किस्म कंचन (एन ए-4)
यह चकइया किस्म से चयनित किस्म है। इस किस्म में मादा फूलों की संख्या अधिक (4-7 मादा फूल प्रति शाखा) होने के कारण यह अधिक फलत नियमित रूप से देती है। फल मध्यम आकार के गोल एवं हल्के पीले रंग के व अधिक गुदायुक्त होते है। रेशेयुक्त होने के कारण यह किस्म गूदा निकालने हेतु एवं अन्य परिरक्षित पदार्थ बनने हेतु औद्योगिक इकाईयों द्वारा पसंद की जाती है। यह मध्यम समय में परिपक्व होने वाले किस्म हैं (मध्य नवम्बर से मध्य दिसम्बर) तथा महाराष्ट्र एवं गुजरात के शुष्क एवं अर्धशुष्क क्षेत्रों में सफलतापूर्वक उगायी जा रही है।
Phonetic Version
Anwla Ki Kism Kanchan (N A - 4)
Yah चकइया Kism Se Chaynit Kism Hai । Is Kism Me Mada Foolon Ki Sankhya Adhik (4 - 7 Mada Fool Prati Shakha) Hone Ke Karan Yah Adhik Falat Niyamit Roop Se Deti Hai । Fal Madhyam Akaar Ke Gol Aivam Halke Pile Rang Ke Wa Adhik गुदायुक्त Hote Hai । Resheyukt Hone Ke Karan Yah Kism Gooda Nikalne Hetu Aivam Anya परिरक्षित Padarth Banne Hetu Audyogik Ikaiyon Dwara Pasand Ki Jati Hai । Yah Madhyam Samay Me Paripakw Hone Wale Kism Hain (Madhy November Se Madhy December) Tatha Maharashtra Aivam Gujarat Ke Shushk Aivam अर्धशुष्क Area Me SafalTapoorvak Ugayi Jaa Rahi Hai ।
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